बवासीर, भगन्दर, फिशर और पीलोनिडल साइनस के उपचार , परहेज और खानपान के बारे में जरुरी जानकारी!

दोस्तों बवासीर पाइल्स भगंदर फिस्टुला फिशर पिलोनाइडल साइनस या pruritis ani यह मलद्वार में होने वाली मुख्ता पांच बीमारियां हैं सबसे पहले मरीज को यह मालूम ही नहीं पड़ता कि उसको इनमें से कौन सी बीमारी है तो आज मैं आपको इन पांचो बीमारियों में डिफरेंस बताऊंगा और उनके इलाज के बारे में सरल सी भाषा में बताने की कोशिश करूंगा तो सबसे पहले पाइल्स यानी कि बवासीर बवासीर की बीमारी में मरीज को लैट्रिन के रास्ते लैट्रिन जाने के दौरान या बाद में खून आता है या मास्स्से महसूस हो सकते हैं

भगंदर यानी कि एनल फिस्टुला में मलद्वार के आसपास कोई फोड़ा या Finsi सी हो जाती है और उसमें से लगातार Pus या मवाद आती रहती है एनल फिशर में मरीज को मल त्याग करने के दौरान या बाद में बहुत अधिक दर्द हो सकता है और पिलो नीडल साइनस में रीड की हड्डी के निचले हिस्से में कोई फोड़ा या फांसी हो जाती है जिसमें से भी pus चलती रहती है और प्रूराइटिस अनिमे मॉल मार्ग के आसपास बहुत अधिक खुजली होती है अक्सर देखने में आता है आप शर्म के कारण इन बीमारियों को नजर अंदाज करते हैं और बिना किसी क्वालिफाइड डॉक्टर की सलाह से या ऑनलाइन दवा मंगवा कर इलाज शुरू कर देते हैं और फिर आपको रिजल्ट्स नहीं मिल पाते तो यदि आप अपना इलाज किसी एक क्वालिफाइड डॉक्टर के द्वारा करवाना चाहते हैं तो आप हमसे संपर्क कर सकते हैं

मैं professor डॉक्टर लोकेश गुप्ता एस एचडी हूं और पिछले 17 सालों से इन सब बीमारियों का इलाज आयुर्वेदिक दवाइयों ksharsutr विधि व अत्याधुनिक मशीनों के द्वारा करता हूं हमारा चिकित्सालय यमुनानगर हरियाणा में स्थित है और ऑपरेशन के चार घंटे के बाद ही मरीज को छुट्टी दे दी जाती है यदि आप इन सब बीमारियों से परेशान हैं तो सबसे पहले हमें नीचे दिए नंबर पर व्हाट्सएप मैसेज करें या कॉल कर सकते हैं

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