Psychiatric disorder ( मनोवैज्ञानिक विकार ):-
1. Anxiety ( व्याकुलता / घबराहट )

यह एक मस्तिष्क की व्याधि है जिसमें रोगी को हमेशा बेवजह के बेचैनी डर और चिंता की अनुभूति होती है थोड़ी-थोड़ी बात पर दिल की धड़कन का बढ़ जाना वह हर समय तनाव में रहना ।
कारण:
- पारिवारिक इतिहास
- नशे का इस्तेमाल
- पारिवारिक इतिहास
- स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं
- काम का तनाव
- रिश्तों का तनाव
- दुखी घाटनाये आदि
यह सारे इनसाइटी के कारण हो सकते हैं जिससे शरीर में इनसाइटी हार्मोस बढ़ जाता है ।
लक्षण:
- बेवजह चिंता करना
- थोड़ी थोड़ी बातों पर
- दिल की धड़कन बढ़ना
- पसीना आना
- सांस लेने में दिक्कत होना
- मुंह का सूखना
- सिर में दर्द रहना
- हाथ पैर ठंडे रहना
- हमेशा डर का बना रहना और भी….
2. Depression ( अवसाद ):-

यह एक मानसिक रोग जिसमें यह रोगी को नकारात्मक विचार से भरकर उसके सोचने की क्षमता को और रोज के कामों में रुचि को प्रभावित कर देती है जिससे रोगी बहुत लो महसूस करने लगता है और खुद को दोषी मानने लगता है ।
कारण:
- नशे का इस्तेमाल
- रिश्तो में तनाव
- काम का तनाव
- पारिवारिक समस्या
- पारिवारिक इतिहास
- बहुत बार निराशा का मिलना ।
लक्षण:
वैसे तो यह एक मस्तिष्क संबंधी रोग है पर इसका प्रभाव शरीर पर भी देखने को मिलता है
- निराशा
- चिड़चिड़ापन
- आत्महत्या का विचार आना
- चिंता में रहना
- खुद को ही दोषी समझना
- नींद ना आना
- किसी काम में रुचि ना होना
3. Mania ( उन्माद / पागलपन ):-

यह एक मनोरोग है जिसमें रोगी का व्यवहार में कुछ असामान्य परिवर्तन आ जाता है और वह बड़ी-बड़ी बातें करने लगता है ।
कारण:
- भांग गांजा शराब के इस्तेमाल से
- सिर पर अंदरूनी चोट लगने से
- किसी तनावपूर्ण घटना के कारण
- दिमागी बुखार
- अधिक तनाव
- पारिवारिक समस्या
लक्षण -
- बेवजह ही बहुत खुश हो ना या रोना
- बड़ी-बड़ी बातें करना
- थोड़ी-थोड़ी बात पर लड़ना में मारपीट करना
- छोटी-छोटी बात पर गुस्सा करना
- तनाव
- नींद ना आना
4. Schizophrenia ( मनोविदलता ):-

यह बीमारी रोगी को सोचने और समझने की क्षमता को बुरी तरह से प्रभावित करती है यह वास्तविक और कल्पना में अंतर नहीं कर पाता इस वजह से व्यक्ति अपने आप को संभालने और स्वयं की देखभाल करने में असमर्थ हो जाता है |
कारण :
- पारिवारिक इतिहास
- गर्भ अवस्था में पोषण की कमी
- भांग गांजा आदि का इस्तेमाल
- पारिवारिक समस्याएं
- दिमाग की दवाइयां लेना
- बचपन में कोई चोट लगी हो
लक्षण :
- सोचने समझने की शक्ति का कम हो जाना
- भ्रम की स्थिति ऐसी वस्तुओं को देखते हैं जो है ही नहीं ऐसी आवाज सुनना जो होती ही नहीं वहां
- व्यवहार में बदलाव
- नींद ना आना
- चिड़चिड़ापन आदि
5. OCD ( Obsessive Compulsive Disorder ):-

यह एक मानसिक रोग है जिसमें अनचाहे विचार बार-बार दिमाग में आते हैं और व्यक्ति को परेशान करते हैं जिससे यह अनचाहे विचार व्यक्ति को एक ही काम बार-बार दोहराने के लिए मजबूर करते हैं।
जैसे कि – हाथ धोना सफाई करना….
कारण:
- पारिवारिक इतिहास
- मस्तिष्क के किसी भाग का विकास अच्छे से ना होना
- बचपन में कोई आघात
- तनाव
- सिर पर चोट लगना आदि
लक्षण :
- अनचाहे विचार बार बार आना
- एक ही काम को बार-बार करना
- बिना सोचे समझे जल्दबाजी का काम करना
- चिंता नींद में असमानता
मानसिक रोगों मे लाभदायक :
- आश्वासन ( Counselling )
- Meditation and yoga
- शिरोधारा ( Shirodhaara )
- Exercise
आयुर्वेदिक उपचार :
आयुर्वेद में मानसिक रोग में शिरोधारा का बहुत ही अच्छा रिजल्ट है और आयुर्वेद में मानसिक रोग के लिए बहुत ही प्रभावशाली विधियां उपलब्ध है जैसे –
- कल्याणक घृत
- महाकल्याणक घृत
- पंचगव्य घृत
- फलघृत
- पुराण घृत
- सिद्धार्थक घृत
- लशुनाघ घृत
- ब्राहनी घृत
- स्मृति सागर रस
- वचादि घृत
- सारस्वत अरिष्ट
- नागार्जुन अभ्र रस
- ब्राहनी वटी
- सर्पगंधा वटी
- मानस मित्र वटक
- अश्वगंधा अरिष्ट
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